कोई भी अच्छा फोन , लैपटॉप या गैजेट खरीदना अब मामूली निवेश नहीं रह गया है । हजारों से लाखों की कीमत में खरीदे गए ये गैजेट बेहद ' सस्ती ' गलतियों से जल्द बूढ़े यानी खराब हो सकते हैं । अक्सर हो जाने वाली इन पांच गलतियों से बचेंगे तो गैजेट की लाइफ लंबी बनी रहेगी . . .
लगातार चार्ज करनाः
नए जमाने की बैट्री ऐसी हैं कि जरूरत पूर्ति चार्ज होने के बाद उनका मैकेनिज्म उन्हें एडिशनल चार्जिंग से रोक लेता है । यह बात स्मार्टफोन , टैबलेट्स और लैपटॉप्स पर बराबरी से लागू होती है । अब पूरी रात किसी भी गैजेट को चार्जिग पर छोड़ना भले ही नुकसानदायक नहीं रह गया हो , लेकिन फिर भी अगर अपने गैजेट को आराम देना चाहते हैं , तो उसे पूरी तरह से बंद कर दें । इसी तरह लैपटॉप पर काम करते वक्त भी उसे लगातार चार्ज पर रखना बंद कीजिए ।
प्रकृति के ज्यादा नजदीक होनाः
स्मार्टफोन्स को प्रकृति की अति से बचाकर चलना चाहिए । प्रकृति इन पर कोई दया नहीं दिखाती है । गर्म कार हो या समुद्र तट . . . सूरज की गर्मी फोन को
खराब करेगी । अत्यधिक गर्मी से ना केवल बैट्री के लीक होने का डर होता है बल्कि डेटा उड़ या करप्ट हो सकता है । इसी तरह अत्यधिक ठंड में भी डिस्प्ले से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं और ग्लास भी टूट सकता है । ज्यादा ठंड से बैट्री लाइफ भी प्रभावित होती है ।
फुल चार्ज होने का लालचः
बैट्री को हमेशा 40 से 80 परसेंट के बीच ही चार्ज रखना चाहिए । इसकी वजह यह है कि जिस बैट्री में ज्यादा वोल्टेज होगा , वो ज्यादा तनाव में रहेगी । लैपटॉप की बैट्री में तयशुदा चार्ज डिस्चार्ज चक्र होते हैं । अगर बार - बार बैट्री पूरी ड्रेन हो रही है , तो इसकी उम्र कम होना तय है । इसलिए भी बैट्री कम से कम 40 . . - फीसद तक चार्ज रखना चाहिए ।
नियमित सफाई नहीं करना :
हफ्ते में एक बार गैजेट की सफाई जरूरी है । लैपटॉप खूब उपयोग में लाते हैं , तो मानकर चलिए इसका फैन दुनियाभर की धूल खींच चुका होगा , जिसे निकाला ना गया तो ओवरहीटिंग की दिक्कत तो आएगी ही , परफॉर्मेंस में भी उतार - चढ़ाव महसूस करेंगे । यही बात फोन पर भी लागू होती है ।
सस्ती एसेसरीज का उपयोग
चार्जर हो या केबल , फोन के लिए कंपनी एक सेट साथ ही देती है । इसके अलावा इन्हें किसी सस्ते चार्जर या केबल के संपर्क में ना लाएं । ये सस्ते चार्जर उस वोल्टेज की आवश्यकता को पहचान ही नहीं सकते जो आपके फोन के लिए जरूरी है । धीमा चार्ज होना इसकी निशानी है । वैसे सस्ते चार्जर से दूसरे खतरे भी हैं क्योंकि यह मानकों को ध्यान में रखकर नहीं बनाए जाते हैं ।
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