कार सीखना और लर्निंग टेस्ट पास करके लाइसेंस हासिल कर लेना ही इस बात का प्रमाण नहीं है कि आप परिपक्व ड्राइवर बन चुके हैं । अभी - अभी कार सीखी है , तो वक्त और अनुभव के साथ आप भी ' मास्टर ' हो जाएंगे । तब तक इन टिप्स पर ध्यान दीजिए और कॉन्फिडेंस हासिल करते रहिए . .
मौसम के अनुसार बदलावः अनुभवहीन ड्राइवर्स को सबसे पहले यह सीखना चाहिए कि कैसे अपनी ड्राइविंग को मौसम अनुरूप ढाला जाता है । नए ड्राइवर हैं तो हर मौसम में प्रैक्टिस जरूर कीजिए । धुंध , बारिश , ठंड , गर्मी , कोहरे में कार चलाकर देखिए । इसी से आप सीखेंगे कि मौसम में किस तरह स्पीड कंट्रोल की जाती है , ब्रेक लगाए जाते हैं और कम दृश्यता से जूझा जाता है।
म्यूजिक को बंद रखें : फोकस बेहद अहम है , खासतौर पर तब जब आप कॉन्फिडेंट नहीं हैं । नए ड्राइवर्स अगर कार में म्यूज़िक बंद रखेंगे तो बेहतर ढंग से एकाग्र हो पाएंगे । ध्यान भटकाने वाली कोई भी चीज़ से ड्राइविंग के दौरान दूर हो जाइए ।
लिफ्ट मत दीजिए : नए ड्राइवर्स अक्सर तब दबाव महसूस करते हैं जब दोस्त , परिवार वाले उनके साथ कार में होते हैं । समझदारी इसी में है कि इस तरह की स्थिती आने ही ना दें । जब तक स्टियरिंग के पीछे बैठते हुए आप खुद को अनुभवी ना मानने लगें हर किसी को लिफ्ट ऑफर करने से बचिए ।
कार से दोस्ती कीजिएः शुरुआती दिनों में ड्राइवर कार में पोज़िशन और पॉस्चर के साथ प्रयोग करने में हिचकिचाते हैं । इस मामले में बिल्कुल मत झिझकिए । मिरर्स सेट कीजिए , सीट पोजिशन बदलिए . हर पोजिशन ट्राय कीजिए । खुद - ब - खुद एक सेटिंग आपको अच्छी लगने लगेगी । दूसरे की कार चलाएं तो भी उसे अपनी सुविधानुसार सेट करना नहीं भूलें ।
अकेले प्रैक्टिसः ड्राइविंग की शुरुआती दिनों में हमेशा एक साथी आपके साथ रहा है , आप आदत भी बना लेते हैं कि किसी को साथ लेकर डाइव करें । लेकिन कॉन्फिडेंस अकेले ड्राइव करने से ही आएगा । अनुभवी ड्राइवर्स को बैठाकर कुशलता हासिल - करना तो बढ़िया है ही , लेकिन अकेले ड्राइव करेंगे तो जल्दी और ज्यादा सीखेंगे ।
एक टिप्पणी भेजें